ज़िन्दगी एक सवाल है तुझसे
ज़िन्दगी एक सवाल है तुझसे
ज़िंदगी एक सवाल है तुझसे,
क्यों मुँह मोड़ लेती है तू इक दिन सबसे,
छोड़ जाती है तू इक दिन सभी को।
क्यों ग़म दे जाती है तू अक्सर हर किसीको।
नहीं रहती है क्यों तू हमेशा पास सभी के,
यही इक सवाल है मेरा...
ऐ ज़िन्दगी, तुझी से।