जीवन के बाद - बस यादें
जीवन के बाद - बस यादें
जो कुछ भी है जीवन तक है,
जीवन रहते ही सब संवार लीजिए।
बस यादें ही तो रह जाती हैं, जीवनी के बाद,
कर्म और व्यवहार से कुछ अच्छी यादें बना लीजिए।।
हमारे कर्मों से ही पहचाने जाएंँगे,
जाने से पहले कुछ पहचान बना लीजिए।
कुछ मलाल न रह जाए जीवन के अंत पड़ाव में,
इसलिए कल नहीं जो करना है आज ही कर लीजिए।।
कोई गर आपको याद नहीं करता,
तो आप ही उसे याद कर लिया कीजिए।
वक़्त की दुहाई देते रहने से कुछ हाथ न आता,
नित कार्यों से ही कुछ वक़्त निकाल लिया कीजिए।।
रूठ जाता हमसे कोई अपना अगर,
तो थोड़ा प्यार से जाकर उसे मना लीजिए।
कुछ अपने दिल की कहें और कुछ उनकी भी सुने,
किन्तु यूँ दिल की कोई बात, अपने दिल में ना रखिए।।
ज़िन्दगी तो बस पल दो पल का खेल,
हर लम्हा अपनों के संग खुशी से जी लीजिए।
जीवन के बाद यही खुशियों के पल तो रह जाएंँगे,
जो आपके अपनों के करीब होंगे, इसे जाने ना दीजिए।।
वक़्त बुरा चल रहा हो किसी अपने का,
उसका कदम से कदम मिलाकर साथ दीजिए।
यही कदमों के निशां तो रह जाते जीवन के बाद भी,
सामर्थ्य है आपने मदद करने का तो पीछे कभी न हटिए।।
लफ़्ज़ों से दिल दुखाया हो किसी का,
जीवन रहते उससे माफ़ी ज़रूर मांग लीजिए।
थोड़ा झुक जाने से हमारा वजूद फीका नहीं पड़ता,
अपनी इस कोशिश में आप कभी भी कंजूसी न कीजिए।।
जी भर के मुस्कुराइए जीने के लिए,
और थोड़ी मुस्कुराहट बांट भी लिया कीजिए।
मुस्कुराहट के यही फूल तो बनेंगे यादों की तस्वीर,
तस्वीर बनने से पहले हर लम्हा यहांँ खुशी से जी लीजिए।।
अंत का सफ़र अकेले तय करना है,
प्रेम भाव से सभी को साथ मिलकर चलिए।
कौन बीच सफ़र में ही किस मोड़ पर छूट जाएगा,
कोई ना जाने, इसलिए नफ़रत दिल से निकाल फेंकिए।।
जीवन के बाद भी क्या होता जीवन,
सोच सोच कर यह, वक़्त बर्बाद न कीजिए।
जीवन से पहले न जीवन के बाद जो कुछ है आज है,
इस आज के हर पहलू को समझने की कोशिश कीजिए।।
अनमोल है बड़ा मिला जो मानव तन,
किसी उद्देश्य से मिला है ये, इसे पहचानिए।
याद रख सके दुनिया आपको अपनी स्मृतियों में,
ऐसी मजबूत चट्टान सी अपनी छाप छोड़ यहाँ से जाइए।।
