जीवन एक संघर्ष
जीवन एक संघर्ष
खुद से बढ़ कर दुनिया में कोई हमसफ़र नहीं
मुश्किलों के पल में हर कोई खुद रोता ।
क्यों कहतें हो मेरे साथ कुछ भी बेहतर नहीं होता
सच तो ये है जैसा चाहो वैसा नहीं होता ।
कोई सह लेता हैं कोई कह लेता हैं
क्योकि गम कभी जिन्दगी से बढ़ कर नहीं होता ।
गैरों पर क्या इल्ज़ाम लगाएं आज अपनों ने ही सिखा दिया हमें
यहाँ ठोकर देने वाला हर एक पत्थर नहीं होता ।
मुश्किलों के बिना कोई मंज़िल कोई सफर नहीं होता
कोई तेरा नहीं है तो गम न कर ।
इस दुनिया के मझधार में अपना साहिल खुद बना
क्योंकि
क्योंकि
ख़ुद से बढ़ कर दुनिया में हमसफ़र नहीं होता ।।