जीवन भर
जीवन भर
लगता था.....
मिल जाये ये तेरा मुझे प्यार
मिल जाये तेरा मुझे दिदार
मिल जाये तेरा मुझे साथ
और हो तेरा मेरे हाथों
में हाथ.....
लगता था......
जीवन मे तू मेरे आ जाये
जिंदगी मे बस तू ही तू समा जाये
मेरे दिल मे तू ही तू बस जा
मेरे रोम रोम मे तू ही तू समा जाये
जीवन भर......
मगर तू.......
कौन था नही था मुझे पता
कुछ न मिला राह देखते देखते
मुझे तब समझ मे आया
तकदीर से पहले कुछ नहीं मिलता
जीवन में ......
और एक दिन.......
मेरे तकदिर ने साथ दिया
तूने आकर मेरे हाथों मे हाथ दिया
बनकर मेरा जीवन साथी
मुझ को अपना दिल दिया
अपना समझकर......

