STORYMIRROR

yasmeen abbasi

Romance

3  

yasmeen abbasi

Romance

जीने की वजह तुम

जीने की वजह तुम

1 min
257

तेरी यादों से सुबह शुरू होती है मेरी 

तेरी बातों से शाम ढलती है 

तू दूर रहकर भी पास है 

मुझे जीने को केवल तेरी ही आस है 

तेरे बिन मन लगता नही कहीं

बात न हो तो अधूरा लगता है दिन

मैं राही तू मंज़िल लगता है 

तू है तो सब पूरा लगता है 

तू है तो खुश हूं मैं 

जीवन मे अब जीने का मकसद मिल गया है 

तू है तो हर सुबह का इंतज़ार रहता है 

तेरे बिन मैं कुछ भी नही दिल ये अब मुझसे कहता है!


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance