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अच्युतं केशवं

Abstract

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अच्युतं केशवं

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जगत खेल मैदान

जगत खेल मैदान

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सारा जीवन खेल है,

जगत खेल मैदान।


कर्म फले तो सब फले,

मेहनत कौशल ज्ञान।


आते देश विदेश से,

क्रीड़ा-कुशल अनेक।


टिकते हैं मैदान पर,

भाग्यवान कुछ एक।


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