STORYMIRROR

Rashmi Lata Mishra

Abstract

3  

Rashmi Lata Mishra

Abstract

जाने वाला साल

जाने वाला साल

1 min
177

कुछ मीठा कुछ दिखा रहा जाने वाला साल

केंद्र में स्थिर राज्य में बदल गई सरकार।

दौर रहा चुनाव का भाषणों का संसार।

तीन सौ सत्तर हट गई जीएसटी करे कमाल।

नागरिकता संशोधन बिल मचा रहा बवाल।

राम जी के पक्ष में आ गया अब न्याय

राम का मंदिर बने उनकी मिल गयी राय।

अपने कई बिछड़ गए नये -नये जन आये

नये पुरस्कारों ने देश का मान बढ़ाया

तो निर्भया जैसा कांड भी पुनः गया दुहराया

रब से यही है प्रार्थना अब यह दिन न आये

जो बीता सो बीत गया अब सद्बुद्धि आये।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract