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Reena Jain

Abstract

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Reena Jain

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इंतज़ार

इंतज़ार

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दर्दे गम की दवा चाहते हो क्यों

क्या थक गये अभी से हज़ूरे वाला

अभी तो आपका दीदार हुआ है गमे उल्फ़त से

आप तो अभी से चले मुड़कर के

क्या आप को इतना भी नहीं यकीन

कि कोई साथ देने वाला तो होगा

इस दरिया का कोई तो किनारा होगा

हम सफर उसका नाम आप दे देंगे

ज़िन्दगी भर जो साथ निभायेगा

रातों की चांदनी में जिसका दामन

आपको खुशियों का खुदा दिखाई देगा

वक़्त से पहले ना वो मिल पायेगा।


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