इच्छा
इच्छा
मैं भूल बहुत करती हूँ
तुम माफ करते करते थक जाओगे,
और जब थक जाओगे -
औरों जैसा रूठकर चले मतजाना
ये कहकर रूकजाना की- गलतियाँ तो
जिन्दगी में गुरु बनके आते है !
मैं हँसती बहत हूँ
उस हँसी के पीछे छिपा दर्द को
समझने की भि कोशिश करना
क्योंकि लोग कहते हैं जो ज्यादा
हँसता है वो बहत टूटा हुआ होता है !
मैं जिद्दी बहत हूँ
थोड़ा प्यार से समझादेना,
क्योंकि मुस्कुराहट से ज्यादा
बढ़कर कुछ नहीं ॥
मुझे दोस्त बहत पसंन्द
कभी-कभार दोस्ती का हाथ
बढा देना क्योंकि -
दोस्ती से ज़्यादा महत्त्वपूर्ण
और कुछ नहीं है !