हर किसी ने कसूरवार ठहरा दिया
हर किसी ने कसूरवार ठहरा दिया
हर किसी ने कसूरवार ठहरा दिया,
जहां गए एक और इल्जाम लगा दिया,
खुद के दामन के दाग दिखे नहीं उनको,
तीन उंगलियों को खुद की तरफ और एक को मेरी तरफ उठा दिया।
हर किसी ने कसूरवार ठहरा दिया,
जहां गए एक और इल्जाम लगा दिया,
खुद के दामन के दाग दिखे नहीं उनको,
तीन उंगलियों को खुद की तरफ और एक को मेरी तरफ उठा दिया।