Zahiruddin Sahil
Abstract
ये ठीक है कि
सूरजमुखी भी
खिल गए हैं
लेकिन !
किसी के
साथ मेरे सारे
मौसम चले गए !
सुबह
रंग ए वतन
भेज भइया को ब...
आशियाना
अमल
इशारों क...
बुलावा
पैगाम
आँगन
होने से
जन को सुरक्षित रहने का पैगाम देंगे कर्तव्य का हम अपने निर्वाह करेंगे। जन को सुरक्षित रहने का पैगाम देंगे कर्तव्य का हम अपने निर्वाह करेंगे।
है न मुमकिन दीद की ख्वाहिश अगर क्यूँ मुस्सविर दिल को भरमाया किये है न मुमकिन दीद की ख्वाहिश अगर क्यूँ मुस्सविर दिल को भरमाया किये
जो चोट दे मैं वो राह नहीं तो देख मुझे, मैं समतल हूँ जो चोट दे मैं वो राह नहीं तो देख मुझे, मैं समतल हूँ
तीनों हैं जगत के पालनहार, जिससे है सृष्टि का विकास, जीवन सृजन होता इस पृथ्वी पर, जिसके उद्भव में ... तीनों हैं जगत के पालनहार, जिससे है सृष्टि का विकास, जीवन सृजन होता इस पृथ्वी प...
सुन्दर सपनों के ताने बाने बुन, उसमे उलझने की कोशिश न कर। सुन्दर सपनों के ताने बाने बुन, उसमे उलझने की कोशिश न कर।
तुम जब से गए हो घड़ी की सुई पर ठहरा हुआ है गुज़रता ही नहीं वो इक पल ! तुम जब से गए हो घड़ी की सुई पर ठहरा हुआ है गुज़रता ही नहीं वो इक पल !
अपराधों को रोकने के लिए हमें बालिकाओं से ज़्यादा बालकों पर कसनी होगी लगाम। अपराधों को रोकने के लिए हमें बालिकाओं से ज़्यादा बालकों पर कसनी होगी लगाम।
कभी बातों में अगर मगर जिंदगी, कभी अमृत कभी ज़हर जिंदगी। कभी बातों में अगर मगर जिंदगी, कभी अमृत कभी ज़हर जिंदगी।
झाड़ू चौका छोड़ सके क्या तुझमें हिम्मत है कह दे मन की सुननी है आज फुर्सत है झाड़ू चौका छोड़ सके क्या तुझमें हिम्मत है कह दे मन की सुननी है आज फुर्स...
माँ तू कैसी है? मीठों की मिठास सी, ख़ुशी के अहसास सीl माँ तू कैसी है? मीठों की मिठास सी, ख़ुशी के अहसास सीl
पर्यावरण को रखना है, हमें स्वच्छ और निर्मल , करो इसे स्वच्छ रखने का प्रयत्न, करना है पर्यावरण को रखना है, हमें स्वच्छ और निर्मल , करो इसे स्वच्छ रखने का प्रयत्...
फिर जाने कैसा बदला मौसम बिन खुशब, बिन रंगों के, बिन मिट्टी बिन पानी के जंगल उगे मकान फिर जाने कैसा बदला मौसम बिन खुशब, बिन रंगों के, बिन मिट्टी बिन पानी के ...
मूंदती पलकें चंद मिनटों में नया सवेरा लाती है। मूंदती पलकें चंद मिनटों में नया सवेरा लाती है।
अचरज-भरे तेरे रूप को प्रकट कर दे, कि धन्य हो जाऊं तेरे दर्शन पाकर। अचरज-भरे तेरे रूप को प्रकट कर दे, कि धन्य हो जाऊं तेरे दर्शन पाकर।
आज कहीं खो गया है वो मिजाज़ वो प्रयत्न हरियाली का आज कहीं खो गया है वो मिजाज़ वो प्रयत्न हरियाली का
किसीके लिए सड़क का फ़ुटपाथ ही उसका घर है तो किसीके के पास बड़े बड़े घर होकर भी वो किसीके लिए सड़क का फ़ुटपाथ ही उसका घर है तो किसीके के पास बड़े बड़े घर हो...
अपनी सामर्थ्य की सीमा और प्रकृति माता की क्षमा की मर्यादा को देता अपनी सामर्थ्य की सीमा और प्रकृति माता की क्षमा की मर्यादा को देता
जब एक-बार देखकर दिल को तसल्ली हो जाती थी जब वो हमपर दिल-ओ -जान से मरते थे जब एक-बार देखकर दिल को तसल्ली हो जाती थी जब वो हमपर दिल-ओ -जान से मरते थे
काश कोइ करछी हो ऐसी दिल का पतीला कर दे खाली। जो मन हो बस रखें उसको काश कोइ करछी हो ऐसी दिल का पतीला कर दे खाली। जो मन हो बस रखें उसको
ना जाने क्यो लोग चाँद को देख प्यार की बात करते हैं पर हक़ीक़त ये है की एक दुसरे की ना जाने क्यो लोग चाँद को देख प्यार की बात करते हैं पर हक़ीक़त ये है की ...