STORYMIRROR

kuldeep Singh

Romance

3.4  

kuldeep Singh

Romance

हमने छोड़ दिया है

हमने छोड़ दिया है

1 min
301


सिगरेट की डिब्बी है फेकी पैमानों को तोड़ दिया है

रुख क़दमों का जिधर कहा था उसी तरफ को मोड़ दिया है

एक बार तो आकर देखो कितना खुद को बदल रखा है

जो कुछ तुमको नहीं पसंद था वो सब हमने छोड़ दिया है।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance