हम मज़दूर है ।
हम मज़दूर है ।
हम मज़दूर है
तुम्हारे कीमती घर बनाने वाले
सोचो कैसा घर होगा हमारा
झोपड़ी सा घर है हमारा
हम हमारे लिए नहीं जीते
शायद तुम्हारे लिए जीते हैं
इसलिए...
तुम सब हमें इस्तेमाल करते हो ।
परिवार, गांव छोड़कर शहर जाते हैं
आप के लिए, फिर ना जाने क्यूँ
आप बड़े आदमी हमे ठुकराते हो !
हमारा ज़िन्दगी को नकारते हो !
हम यदि ना जाते शहर...
सोचो कैसा होता तुम्हारा हाल
फिर भी तुम्हारा कोई चिंता नहीं
हम आज तकलीफ़ में है
हमारा परिवार को हम जरुरत है
हम मज़दूर है...हम मज़दूर है...हम मज़दूर है !