हिंदी है हम
हिंदी है हम
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हिंदी है हम,
हिंदी से ही पहचान हमारी
हिंदी ही माता,
हिंदी से ही शान हमारी
बोलने में संकोच कैसा,
स्पष्ट अभिव्यक्ति हिंदी में ही सम्भव है
भले ही बोलियां बहुत है,
पर बाजार में हिंदी का ही तांडव है
विश्व ने भी अब हिंदी को अपनाया है,
तभी विश्व स्तर में हिंदी आज स्थान चतुर्थ पर आया है
कौन कहता है हिंदी पढ़कर क्या कर लोगे,
बड़े-बड़े साहित्यकारों ने हिंदी में ही नाम कमाया है
इसमें लगभग सभी बोलियां विद्यमान है
पुरानी हिंदी हो या हिंदुस्तानी
हिंदी है हम और हिंदी से ही हमारा सम्मान है ।