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Nirupama Mishra

Abstract

4.5  

Nirupama Mishra

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हिन्दी है अनमोल ( दोहे)

हिन्दी है अनमोल ( दोहे)

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लेखन पठन समान है, हिंदी है अनमोल।

वैज्ञानिक आधार पर, सहज सरल हैं बोल।१।


हिन्दी के सम्मान में, निहित देेेश का मान।

बेमन से मत कीजिए, हिंदी का यशगान।२।


हिन्दी मन की मीत है, मुख मिश्री में घोल।

हिन्दी भाषी देश के, याद रहेंगे बोल।३।


कानों में रस घोलती, हिन्दी मधु अनमोल।

हिंदुस्तानी देश में, भाषा हिन्दी बोल।४।


अंग्रेजी के फेर में, होते क्यों मगरूर।

हिन्दी के प्रति हीनता, मन से करिए दूर।५।


बहुभाषी यह देश है, हिन्दी है सरताज।

सरल सहजता भाव से, दिल पर करती राज।६।


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