" हिन्दी दिवस "
" हिन्दी दिवस "
भारत की है बिन्दी हिंदी ,
भारत की है शान हिंदी,
भारत की है आन हिन्दी,
भारत की है पहचान हिंदी।
सरल ,सहज समझदार है हिन्दी,
लिखने ,बोलने में समान है हिन्दी,
अक्षरों में बहुत धनवान है हिन्दी,
शब्दों में अधिक महान है हिंदी,
पुष्पित हमारे देश में है हिन्दी,
सुगंधित विदेशों में भी है हिंदी,
पल्लवित हमारे हृदय है हिंदी,
प्रवाहित पूरे संसार में है हिन्दी।
गंगा, यमुना में समाहित है हिन्दी,
हिमालय की श्रृंखलाओं में है हिन्दी,
वेद , पुराणों, की पहचान है हिन्दी,
ईश्वर भक्ति - भजन की जान है हिंदी।
इन्सान की इन्सानियत है हिंदी,
हरियाली में भी बसती है हिंदी,
गाॅंव की मधुर जान है हिंदी,
शहरों की अभिमान है हिंदी।
भारतेंदु,रेणु , अज्ञेय प्रेमचंद हिन्दी
कहानी की पहचान है , कवि हिन्दी
के पंत, प्रसाद,निराला,महादेवी की हिन्दी
कविता जनमानस की झंकार है हिंदी।
आजादी के लड़ाई में भी हिन्दी
के आजाद, भगत, राजगुरु हिन्दी
की प्रतिष्ठा के लिए अपनी हिन्दी
जान गंवाई, अंग्रेजों से बोलवाई हिन्दी ।
१४सितंबर १९४९ को है किया हिन्दी,
अंगीकार राजभाषा के रूप में हिन्दी,
१४ सितंबर १९५३ से ही भाषा हिन्दी
मनाते हैं तुम्हारे सम्मान में दिवस हिन्दी ।
अटल बिहारी पूर्व विदेश मंत्री ने हिंदी
का मान बढ़ाया, दिया भाषण हिंदी
में संयुक्त राष्ट्र महासभा में, देने से हिन्दी
में भाषण मोदी जी का सम्मानित हुई भाषा हिन्दी ।
वह दिन दूर नहीं जब भाषा हिन्दी
को राष्ट्रभाषा और विश्वभाषा हिन्दी
के रूप में अपनाई जाएगी, तब हिन्दी
के लिए मनाई जाएगी " विश्व दिवस हिन्दी ।