Somya Agrawal
Classics
ह से हिंदी
हमारी बिन्दी।
ह से हस्ती
हमारी किवदंती।
ह से हिन्दुस्तान
हमारी पहचान।
ह से हँसना
सबको अपना बनाना।
ह से हाथ
सबका साथ।
ह से हंस
सबकी पसंद।
ऑलराउंडर विमे...
बेपनाह कोविड ...
यादें~~~~~~
सर्दी का मौसम...
ख्वाबों के मन...
हिन्दी दिवस
आज़ादी
उम्मीद की लौ जलाना चाहता हूँ। हाँ, मैं सच्चा स्वार्थी हूँ। मैं स्वार्थी हूँ। उम्मीद की लौ जलाना चाहता हूँ। हाँ, मैं सच्चा स्वार्थी हूँ। मैं स्वार्थी हूँ।
नेक नीयत की रौशनी रखना जिसका रूहों तलक असर जाये। नेक नीयत की रौशनी रखना जिसका रूहों तलक असर जाये।
तन - मन को सुरम्यता का भान हो रहा, आनंदित हैं सभी जन। तन - मन को सुरम्यता का भान हो रहा, आनंदित हैं सभी जन।
मानसून है देखो आया, तुम झूला सभी लगाना। मानसून है देखो आया, तुम झूला सभी लगाना।
तुम्हारे संग रही हरबार, तुम्हारे बिना कैसे लूँ अब साँस। तुम्हारे संग रही हरबार, तुम्हारे बिना कैसे लूँ अब साँस।
ना जाने दो मन क़ो सत्य के विरुद्ध फिर कभी तुम्हारा पथ ना होगा अवरुद्ध ! ना जाने दो मन क़ो सत्य के विरुद्ध फिर कभी तुम्हारा पथ ना होगा अवरुद्ध !
सूर्य छिपाये गोदी में ये अपनी दे प्रेम की थपनी। सूर्य छिपाये गोदी में ये अपनी दे प्रेम की थपनी।
और कुछ नहीं बस कहना इतना है मुझे बड़े होकर बस उनके जैसा बनना है। और कुछ नहीं बस कहना इतना है मुझे बड़े होकर बस उनके जैसा बनना है।
जैसे ग्रन्थ आपकी कला के ही समास हैं। जैसे ग्रन्थ आपकी कला के ही समास हैं।
जांबाजो को सलाम जांबाजो को सलाम
जो हमें जमीं से उठा कर आसमां पर बिठा देते हैं। जो हमें जमीं से उठा कर आसमां पर बिठा देते हैं।
तुम्हारी नजरों से, छुप छुपकर देखा। तुम्हारी नजरों से, छुप छुपकर देखा।
कि छुपालो हमें अपनी बाहों में ताउम्र के लिए। कि छुपालो हमें अपनी बाहों में ताउम्र के लिए।
बस याद मुझे तुम, किसी और का मुझको पता नहीं ! बस याद मुझे तुम, किसी और का मुझको पता नहीं !
एक ख़ूबसूरत शाम का साथ है और, मेरा हमसफ़र मेरे साथ है। एक ख़ूबसूरत शाम का साथ है और, मेरा हमसफ़र मेरे साथ है।
ऐब ख़ुद के छुपा देखो, दूसरों के करें चर्चे लोग। ऐब ख़ुद के छुपा देखो, दूसरों के करें चर्चे लोग।
हाथों में थामे हाथ मुझे ले चला कहाँ हाथों में थामे हाथ। हाथों में थामे हाथ मुझे ले चला कहाँ हाथों में थामे हाथ।
बनो महान ऐसे। खिलो विहान जैसे।। बनो महान ऐसे। खिलो विहान जैसे।।
भद्र रुप धारिणी, जाँबाज हैं ये नारियाँ। भद्र रुप धारिणी, जाँबाज हैं ये नारियाँ।
मीरा राज योग में भी, बावली सी भागती।। मीरा राज योग में भी, बावली सी भागती।।