हिन्दी देवी गीत 7- सुंदर दरबार
हिन्दी देवी गीत 7- सुंदर दरबार
चूनचून सजाया जो श्रिंगार ,सुंदर दरबार हो गया।
नौ कन्या खिलाया जो आहार ,पूरा त्योहार हो गया।
नौरातन नौ दिनो चंडी पाठ है कराना।
नियम धरम ब्र्त उपवास है निभाना।
गीत भजन मईया को है सुनाना।
तनमन किया जो आचार उसका बेड़ा पार हो गया।
चूनचून सजाया जो श्रिंगार ,सुंदर दरबार हो गया |
फूल अढ़हुल लाल माँ को चढ़ाएँगे चरण कमल पकड़ देवी दुर्गा मनाएंगे।
मरते दम ना हम कभी माँ को भुलाएंगे।
देगी माता जीवन सवार ,माँ का चमत्कार हो गया।
चूनचून सजाया जो शश्रृंगार ,सुंदर दरबार हो गया।
साँचा मेरी माता का दरबार है।
जाता नहीं खाली कोई एक बार है।
संतोष भारती हाजीरी लगे बार बार है।
आई माता शेर पर सवार ,जगमग संसार हो गया।
चूनचून सजाया जो श्रिंगार ,सुंदर दरबार हो गया।