"हिंदी-भाषा का जुनून"
"हिंदी-भाषा का जुनून"
हिंदी-भाषा ने कहा मुझसे
साथी बनकर रहूं मैं सदा
मैंने कहा ऐ हमनशीं
तुझे भुलाना मेरे लिए
इतना आसान तो नहीं
आज तेरे जुनून ने ही
मंजिल पर पहुंचने में
की है बेबाक खता
मगर तेरे एहसास मात्र से ही
यदि मेरी जिंदगी संवर जाए
यह किसी खुशनसीबी से कम तो नहीं
इसलिए होती हूं मैं तुझपर हरदम फ़िदा