हिन्द ही तो है
हिन्द ही तो है
सभ्यताओं का उत्थान हिंद ही तो है
इंसानियत का एक खान हिंद ही तो है
हैं भले बड़े बड़े कई देश जहां में
संसार में सबसे महान हिंद ही तो है
आतंक और आक्रोश का है न कोई प्रभाव
बसता हरेक दिल में प्रेमभाव और सद्भाव
वासी यहां के दुनिया को भ्राता बुलाते हैं
इकलौते हम जो देश को माता बुलाते हैं
सारे हिंदियों की जान हिंद ही तो है
संसार में सबसे महान हिंद ही तो है
है हिंद से ही दुनिया में प्रेम का आधार
है हिंद कि जो बांटता जग में सदा प्यार
हमसे सभ्यताओं की अभिलाषा विश्व को
हमने दिया है शून्य की परिभाषा विश्व को
सत्य, अहिंसा का ज्ञान हिंद ही तो है
संसार में सबसे महान हिंद ही तो है
वचन यहां पे कई हुए और कर्म कई हैं
सब एक हैं यहां पे भले धर्म कई हैं
हाथों में एक दूजे के हैं हाथ यहां पर
ईद दीवाली मनाते साथ यहां पर
ईसा अली गुरु भगवान हिंद ही तो है
संसार में सबसे महान हिंद ही तो है।