STORYMIRROR

Vikram Kumar

Inspirational

4  

Vikram Kumar

Inspirational

हिन्द ही तो है

हिन्द ही तो है

1 min
307

सभ्यताओं का उत्थान हिंद ही तो है

इंसानियत का एक खान हिंद ही तो है

हैं भले बड़े बड़े कई देश जहां में

संसार में सबसे महान हिंद ही तो है


आतंक और आक्रोश का है न कोई प्रभाव

बसता हरेक दिल में प्रेमभाव और सद्भाव

वासी यहां के दुनिया को भ्राता बुलाते हैं

इकलौते हम जो देश को माता बुलाते हैं


सारे हिंदियों की जान हिंद ही तो है

संसार में सबसे महान हिंद ही तो है


है हिंद से ही दुनिया में प्रेम का आधार

है हिंद कि जो बांटता जग में सदा प्यार

हमसे सभ्यताओं की अभिलाषा विश्व को

हमने दिया है शून्य की परिभाषा विश्व को


सत्य, अहिंसा का ज्ञान हिंद ही तो है

संसार में सबसे महान हिंद ही तो है


वचन यहां पे कई हुए और कर्म कई हैं

सब एक हैं यहां पे भले धर्म कई हैं

हाथों में एक दूजे के हैं हाथ यहां पर

ईद दीवाली मनाते साथ यहां पर


ईसा अली गुरु भगवान हिंद ही तो है

संसार में सबसे महान हिंद ही तो है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational