हे शिक्षक !!!
हे शिक्षक !!!
आपकी 'बुनियाद'
कायम रहे, शिवा पानिका जी!
आपसे जुड़े लोगों की
ज़रूरतों एवं असुविधाओं का
आप भलीभांति ख्याल रखते हैं...
शिवा पानिका जी, आप
त्याग और सेवा को
अपना कर्मयोग मानकर
आगे बढ़ाए जा रहे हैं...!
जब किसी की हिम्मत
टूट जाया करती है,
तब आप उन्हें अपने
जीवन की अनुभवों से
रूबरू करवाते हैं।
शिवा पानिका जी, ये अत्यंत
गर्व की बात है कि आप
एक 'सफल शिक्षक'
होने के साथ-साथ
एक 'सफल किसान' भी हैं ।
आप इस संगठन (विवेकानंद केंद्र) का एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं।
किसी भी कार्य को
पूरा करने की आपकी सदिच्छा
अत्यंत ही प्रशंसनीय है ...!!
शिवा पानिका जी, आप इस
समाज की 'विकास' हेतु
अपने ध्येयमार्ग पर
निश्चित रूप से चलते हुए
अपने राष्ट्र हित में शिक्षार्थियों का
सही मार्गदर्शन कर रहे हैं ।
हे शिक्षक! आपको शत्-शत् नमन !!!
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