हाँ, मैं लड़की हूँ
हाँ, मैं लड़की हूँ
हाँ, मैं लड़की हूँ
निडर और प्रतिभावान हूँ
प्रतिष्ठा हूँ इस समाज के लिए
ईश्वर की वरदान भी हूँ
हाँ, मैं लड़की हूँ
विद्या मेरा श्रृंगार है
अस्मिता ही मेरी वस्त्र है
समाज की रूढ़िवादी जंजीरों
से मुक्त हूँ
हाँ, मैं लड़की हूँ
लता मंगेशकर बन कर मैंने
दुनिया को संगीत दिया
तो, बन कर हिमा दास मैंने
भारत को स्वर्ण पदक दिया
मुझ में है अदम्य साहस
मैं ना अबला हूँ
हाँ, मैं लड़की हूँ
स्वतंत्र होकर जीने का
मुझे भी अधिकार है
अपने सपनों को पूरा
करने का
मुझे भी अधिकार है
इस प्रकृति में मेरा भी
वजूद है,
मैं कोई वस्तु नहीं हूँ
हाँ, मैं लड़की हूँ