Anandbala Sharma
Inspirational
देखे सपने
उड़े जिन्दगी भर
बौनी उड़ान
ऊँचे सपने
देखे जीवन भर
ऊँची उड़ान
सड़क
पानी के तीन र...
क्षणिकाएँ
कारगिल
आहत मन
आकलन
राम की व्यथा
सुवधू की तलाश
पुकार
सुवधु की तलाश
सारे जग में हिन्दी शान से बोली जाती है, शिखर से भाषा की सरिता बहती जाती है ! सारे जग में हिन्दी शान से बोली जाती है, शिखर से भाषा की सरिता बहती जाती है !
जीवन का मतलब क्या होता है? हर कोई जानना चाहता है। जीवन का मतलब क्या होता है? हर कोई जानना चाहता है।
अपने देश की है सबसे अनोखी शान देख लो : सबसे जुदा दुनिया में इसकी पहचान देख लो! अपने देश की है सबसे अनोखी शान देख लो : सबसे जुदा दुनिया में इसकी पहचान देख लो...
शब्द में जो मनन का समावेश हो, बात कोई बुरी हो ही सकती नही। शब्द में जो मनन का समावेश हो, बात कोई बुरी हो ही सकती नही।
ये जो छरहरी लड़की के लिए रोज़ दिन टाल रहे हो शादी के कुछ समय में फुटबाल हो जानी है। ये जो छरहरी लड़की के लिए रोज़ दिन टाल रहे हो शादी के कुछ समय में फुटबाल ...
हारी बाजी जीतने वाला ही, सच्चा खिलाड़ी कहलाता है। हारी बाजी जीतने वाला ही, सच्चा खिलाड़ी कहलाता है।
थामा जो हाथ नहीं छोड़ना बंधन यह प्यारा नहीं तोड़ना। थामा जो हाथ नहीं छोड़ना बंधन यह प्यारा नहीं तोड़ना।
मिट्टी में एक दिन मिल जाना तो, हमारा तन भी तो मिल जाना तो। मिट्टी में एक दिन मिल जाना तो, हमारा तन भी तो मिल जाना तो।
वय से पहले वृद्ध होने का कर रहे प्रबंध। वय से पहले वृद्ध होने का कर रहे प्रबंध।
है खेल बड़ा निराला सबको उसी ने पाला है दुनिया का रखवाला। है खेल बड़ा निराला सबको उसी ने पाला है दुनिया का रखवाला।
आज भरी है उड़ान जगा कर मन में महानता का ईमान बनाने अपनी सबसे अलग पहचान। आज भरी है उड़ान जगा कर मन में महानता का ईमान बनाने अपनी सबसे अलग पहचान।
जीवन की उपाहपोह में कहाँ ढुढूं मैं सुकूँ, जोग आहन तलक अल्लाह से लगा लेते हैं लोग। जीवन की उपाहपोह में कहाँ ढुढूं मैं सुकूँ, जोग आहन तलक अल्लाह से लगा लेते हैं ...
स्वार्थ की दुनिया में कोई अपना हो तो बताना, माता-पिता सिर्फ अपने होते हैं। स्वार्थ की दुनिया में कोई अपना हो तो बताना, माता-पिता सिर्फ अपने होते हैं।
दूसरों पर न रह निर्भर अब तुझे आत्मनिर्भर बनना होगा। दूसरों पर न रह निर्भर अब तुझे आत्मनिर्भर बनना होगा।
लेकर चले हम ज़िन्दगी। क़ाफ़िलों में ज़िन्दगी।। कभी धूप के,कभी छाँव के- सिलसिलों में। लेकर चले हम ज़िन्दगी। क़ाफ़िलों में ज़िन्दगी।। कभी धूप के,कभी छाँव के- ...
सागरमाथा की गहराइयों में निहित निष्ठा और ढृढ़ता की ऊँचाइयाँ है। सागरमाथा की गहराइयों में निहित निष्ठा और ढृढ़ता की ऊँचाइयाँ है।
एक ही आचार विचार एक अभिवादन यार, एकता का विश्व में प्रचार हो ।। एक ही आचार विचार एक अभिवादन यार, एकता का विश्व में प्रचार हो ।।
वर्तमान ही वर्धमान है चल, चल चल, खुदा के बन्दे रुकना तेरा काम नही है .. वर्तमान ही वर्धमान है चल, चल चल, खुदा के बन्दे रुकना तेरा काम नही है...
वसुंधरा तुम मातृ स्वरूपा हाथ मानवता का थामें, भूल कर अपने बेगाने। वसुंधरा तुम मातृ स्वरूपा हाथ मानवता का थामें, भूल कर अपने बेगाने।
लिखें होंगें नाम रेत पर तुम ने कहीं, पत्थरों पर इबादतें उकेरता चला हूं मैं। लिखें होंगें नाम रेत पर तुम ने कहीं, पत्थरों पर इबादतें उकेरता चला हूं मैं।