हाइकु
हाइकु
गुजरा वक़्त
जीवनयापन में
भूले हैं लक्ष्य
वक्त की कमी
व्यस्तता ने घेरा है
बांधे बन्धन
हुए अकेले
बिछड़े सब जन
रोटी खातिर
झूठी मुस्कान
औपचारिक सुख
छिपाए आँसू
गुजरा वक़्त
जीवनयापन में
भूले हैं लक्ष्य
वक्त की कमी
व्यस्तता ने घेरा है
बांधे बन्धन
हुए अकेले
बिछड़े सब जन
रोटी खातिर
झूठी मुस्कान
औपचारिक सुख
छिपाए आँसू