गुस्ताख दिल
गुस्ताख दिल
गुस्ताखी माफ़ हो,
पर आपसे एक मुलाका़त हो,
शब्दों का ना कोई खेल हो,
सिर्फ निगाहों से ही बात हो,
सच्चा दरपन हो,
ऐसा आपका मन हो !!!
गुस्ताखी माफ़ हो
पर आप पर सिर्फ हमारा हक हो,
प्यार इतना अटूट हो,
उसमे ऐसे जज़्बात हो,
जिसमे ना कोई धोखा हो ,
आँख बंद करके भी
आप पर विश्वास हो !!!!!

