गुरु
गुरु
हर वक़्त हर कदम पर
थामा है हाथ
आपने हर राह में
दिया है मेरा साथ
हर मुश्किल का सामना
हुआ है आसान
आप की हर सीख
हासिल करवाती हर मुकाम
हर वक़्त है हसना
हर बार है मुस्कुराना
हर जंग है जीतना
ऐसा रुतबा जगाया आपने
हर गलतियों से सीखना
उम्मीद कभी न हारना
हर चीज़ है मुमकिन कहकर
करवाया खुदपर भरोसा
बने दोस्त कभी
कभी सहारा कभी साया
एक मार्गदर्शक का
क्या खूब रोल निभाया
क्या खूब किस्मत है हमारी
जो शिष्य बन पाए आपके
ज्ञान का भंडार दिया आपने
और साथ ही खूब सारा प्यार
नतमस्तक हैं हम आपको सदा
धन्य हो गए आपके आशीष से
गुरु आपकी छाया में
क्या पनाह पाई है हमने
कुदरत, माँ-बाप
शिक्षक,किताब
भाई-बहन, दोस्त
हर रिश्ता, हर इन्सान
न जाने कितने गुरु हैं तत्पर
हमें हर वक़्त सिखाने
ये ज़िन्दगी है इतनी सुहानी
बस इनके दुआओं से हर पल।