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Deepali Mathane

Comedy

4  

Deepali Mathane

Comedy

गोलगप्पे.....

गोलगप्पे.....

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खट्टा-मीठा पानी स्वाद भरा

देख के मूँह में पानी आता है

सेव,इमली खटाई की चटनी से

मन बार-बार ललचाता है


    कुरकुरी पुरी नमकीन खस्ता

    आलू और चनें का बाखर

     भरके पुदीने का तीखा पानी

     स्वाद जगायें गोलगप्पे खाकर


एक गोलगप्पे की कीमत 

कोई भी क्या समझ पायेगा?

खाने की तडप और मूँह का स्वाद 

आधी रात को भी जगायेगा


    बाहर निकले कहीं घूमनें

   गोलगप्पे मानो बुलातें है

    तीखे पानी से भरे गोलगप्पे

     बाकी सारे काम भुलाते हैं


कितना भी हम बहलायें दिलको

मन मचल-मचल ही जाता है

एक प्लेट गोलगप्पे खाने दे हमको 

इसमें किसी का क्या जाता है?


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