गणेश वंदना – श्री गणेश वंदन |
गणेश वंदना – श्री गणेश वंदन |
गौरी नंन्द्न शंकर सूत करे सब श्री गणेश वंदन।
हाथी मस्तक मंगल दस्तक तेरा सत अभिनंदन।
मूषक वाहन लड्डु भोग करते सदा भक्त निरोग।
धूप दीप नैवैद्द सिंदूर अर्पण करो मस्तक चन्दन।
मंगल कर्त्ता बिघ्न्हर्त्ता दुख दूर कर्त्ता हर ओर चर्चा।
आओ गजानन लगाया स्वर्ण आसन हे दुख भंजन।
शिव शंकर के प्यारे ललना बुद्धि का क्या कहना।
दे दो बल बुद्धि सुख शांति चंद्र भाल भय भंजन।
प्रथम होती श्री गणेश पूजा तुमसा न कोई देव दूजा।
दानव संघारकर्त्ता दरिद्र तृप्ति कर्त्ता जय सुख नंदन।
होगा जहाँ महाराज का आसान चले न बैरी डासन।
गोर बदन मस्तक रोड़ी चन्दन कोटी कोटी है वंदन।
शुभ लाभ देते दाता रिद्धी सिद्धि के हो स्वामी तुम।
मंगल करो कोरोना मारी करो तुम भारत देव भंजन।