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गुलशन खम्हारी प्रद्युम्न

Inspirational

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गुलशन खम्हारी प्रद्युम्न

Inspirational

गीता छंद...

गीता छंद...

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(2212-2212 - 2212 - 221)

पावन जरा हो साधना,होगा सदा उपकार ।

नित नित रहे नव धारणा,सीखो नहीं प्रतिकार ।।

आओ करें पालन सभी,कर ताल दो दो चार ।

दिल में रखें सद्भावना,तब तो दबे चीत्कार ।।


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