STORYMIRROR

Anupama Thakur

Inspirational

4  

Anupama Thakur

Inspirational

एक नया सूरज उगना है

एक नया सूरज उगना है

1 min
213


एक दूसरे का ख्याल 

अब हमको ही रखना है 


ढलती उम्र में अब कहां 

अहंकार को पालना है 


ऊंची- नीची जीवन रूपी डगर पर

 चलना और फिसलना

 है 

हाथ थाम कर एक दूसरे का 

यूं ही तो अब संभालना है


 डरी -सहमी आंखों में अब 

फिर उम्मीद का उजियारा लाना है 

भिंच कर उंगलियों को सारे 

हम सबको बलशाली मुट्ठी बन जाना है भय को देकर मात 

वैरी को अब कुचलना है 


हो संगठित यूं ही 

आखरी दम तक

अब साथ-साथ चलना है।


राहों में हो अंधेरा , 

फिर भी 

जुगनुओं सा चमकना है।

 मिलकर सब एक साथ, 

एक नया सूरज उगाना है,

कभी नहीं टूटना,

 न हताश होना है

 एक-दूसरे के सहारे, 

बस यूं ही चलते रहना है।"

चलते रहना है।"

बस यूं ही चलते रहना है।"

चलते रहना है।"


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational