"एक छोटी सी कश्ती"
"एक छोटी सी कश्ती"


मन के ताल पर
अठखेलियाँ खेलती
एक छोटी सी कश्ती है
"जिज्ञासा"
उठाती है मन-मष्तिष्क में
अनगिनत विचारों की लहरे
ज्ञान की पतवार थामे
बीनती है हरदम
असंख्य सवालों की सीपियाँ
अविरल बहती है
color: rgb(0, 0, 0);">चिंतन ,मनन ,मंथन की पाल डाले
डाल देती है लंगर फिर
किसी शोध के टापू पर
अविष्कार की मंज़िल पा
पुनः निकल पड़ती है
किसी अज्ञात यात्रा पर
एक यायावर की तरह
यह छोटी सी कश्ती
ले जाती है हमें
परम सत्य की ओर.