एक बात याद रखना
एक बात याद रखना
चार दिन की जीवन है एक बातन याद रखना
झूठ पाप का जड़, इसे छोड़ जीवन रस चखना
जीवन रस चखना जिह्वा पर लगाम लगाई के
जिह्वा लगाम लगाय, कर्मण तू स्वाद चखना
चार दिन की जीवन है एक बातन याद रखना
आपबीती सबन के हिय, कौन सुने कौन सुनाय
आपबीती जैकन सुनाबै, वो आपन बतीयाय
आपन बताया साधो समदर्शि बन मन ताक रखना
चार दिन की जीवन है एक बातन याद रखना
