STORYMIRROR

Asha Jha

Inspirational

4  

Asha Jha

Inspirational

दुर्गे की महिमा

दुर्गे की महिमा

1 min
306


दुर्गे माँ की महिमा

माँ दुर्गे की महिमा अपरम्पार

देव दनुज नर किन्नर गायें हजार

दुर्गे की महिमा।

नौरात्रि में दुर्गे माँ नौ रुप धरती

हर रूप की सुंदरता मन को हरती

मन चाहे चलता रहे यह त्योहार।


देव दनुज नर किन्नर गायें हजार।

दुर्गे की शरण में जो भी आये

खाली झोली भर ले जाये

सदा फले फूले भक्तो का व्यापार

देवदनुज नर किन्नर गायें हजार।


नौरात्रि में नौ दिन जो व्रत रहता

जप तप नियम का पालन करता

अंबे मां कर देती उनका उद्धार।

देव दनुज नर किन्नर गाये हजार।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational