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HORILAL GHRITLAHARE

Romance

4  

HORILAL GHRITLAHARE

Romance

दर्द प्यार के

दर्द प्यार के

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वक्त नूर को बेनूर कर देता है,

छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,

कौन चाहता है अपने से दूर होना,

लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है !


जिंदगी है सफर का सिलसिला,

कोइ मिल गया कोइ बिछड़ गया,

जिन्हे माँगा था दिन रात दुआओं मे,

वो बिना मांगे किसी और को मिल गया.


ना सोचा था जिनके लिए हम मर मिटे,

एक दिन वही हमसे दूर हो जाएँगे,

जीने की तमन्ना तो हम भी रखते थे,

अब तेरे बिना कैसे जी पाएंगे…


आँखों मे आ जाते है आँसू,

फिर भी लबो पे हसी रखनी पड़ती है,

ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारों,

जिस से करते है उसी से छुपानी पड़ती है…


रोती हुई आँखो मे इंतेज़ार होता है,

ना चाहते हुए भी प्यार होता है,

क्यू देखते है हम वो सपने,

जिनके टूटने पर भी उनके सच होने

का इंतेज़ार होता है?…..


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