दिल टूटेगा
दिल टूटेगा
दिल टूटेगा भी, ख़्वाब छूटेंगे भी...
जीतेगा वही, जिसकी कोशिशें ज़ारी रहेंगी...
चलते दिखेंगे झूठ भी, फ़रेब भी...
बेफिक्र वही जीयेगा, जिसकी आईने से ईमानदारी रहेगी....
धूप जलाएगी भी, आंधियां डराएगी भी....
गिर कर वही संभलेगा जिसमें थोड़ा जुनून थोड़ी समझदारी रहेगी..
रात ढलेगी भी, अंधेरा गहराएगा भी ..
सफर वही पूरा करेगा जिसमें मंजिलों तक पहुंचने की बेकरारी रहेगी..
कुछ गम भी होंगे, थोड़ी तकलीफें भी .....
हर दर्द के पार वही जाएगा, जिसकी मुस्कुराहटों से यारी रहेगी..
मिलेंगे अपने भी, कुछ मतलबी भी...
सुकून में वही रहेगा, जिसकी खुद से बस उम्मीदों की रिश्तेदारी रहेगी...
होंगी मुश्किलें भी, तकलीफ और रुकावट भी ....
जिंदगी मगर बेहतर तभी होगी, जब सोच में कल की तैयारी रहेगी...
