दिल की दास्तां
दिल की दास्तां
देख उन्हें आज मेरा दिल
मुझसे बगावत कर बैठा है।
जो ख्वाबों में मुकम्मल नहीं
हक़ीक़त में उनकी चाहत कर बैठा है।
देख उन्हें आज मेरा दिल
मुझसे बगावत कर बैठा है।
जो ख्वाबों में मुकम्मल नहीं
हक़ीक़त में उनकी चाहत कर बैठा है।