दिल धड़कन तुम
दिल धड़कन तुम
सनम दिल, धड़कन और तुम,
मेरे प्यारे दिल की आरज़ू तुम।
प्यार जबसे तुमसे हमनें किया,
दिल ले-देकर सौदा हमनें किया।
बना के रिश्ता-ए-दिल तोड़ना ना,
संगदिल सनम बिल्कुल बनना ना।
चिराग़-ए-इश्क़ कभी बुझाना नहीं,
खौफ-ए-बदनामी छोड़ जाना नहीं।
मोहब्बत का फ़साना हम याद रखें,
तेरा सुनना मेरा गुनगुनाना याद रखें।
धोखा देकर बेवफ़ा तुम बनना नहीं,
मरते दम तक संग-संग रहना यही।