STORYMIRROR

Deepak Pradhan

Drama

2  

Deepak Pradhan

Drama

दीपक उम्मीद का

दीपक उम्मीद का

1 min
96

एक दिन भी न निभा सकोगे तुम मेरा किरदार,

जिंदगी से में हूँ जिंदगी का में वफादार...


वो जो लोग मुझे मशवरे देतें हैं हजार,

मेरी तरह जल कर देखो बिखर जाओगे मेरे यार।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama