धूल की परवरिश।
धूल की परवरिश।
यारों खुद को समझने के लिए,
धूल की परवरिश में घुस गया।
धूल की परवरिश में अच्छा लगे,
कीचड़ के संग-संग कीचड़ होते।
मिट्टी के साथ-साथ भी रोज़ सोते,
बिना इनके कुछ भी नहीं मुमकिन।
धूल की परवरिश तो कभी-कभार,
धोखा दे पर ईमानदार रहें हमेशा।
