Vigyan Prakash
Abstract
टीले वाले मंदिर में
शाम की आरती होती है
और बजती है घंटी
जिसे सुनकर दादीजी
खोल देती है
घर की सारी खिड़कियाँ
की अब उनके देवता
घर आते होंगे।
अंजान हथेलिया...
अभिमन्यु
मणिकर्णिका
स्पर्श
भारत
मेरे मरने के ...
कुत्तों का शत...
खत अब गैर जरु...
देवता आते हों...
यादें चोरी कर...
दर्शन करने को प्रभु के आए सब बारी-बारी अत्याचार का अंत करने को जन्मे कृष्ण मुरारी। दर्शन करने को प्रभु के आए सब बारी-बारी अत्याचार का अंत करने को जन्मे कृष्ण मु...
शरीर में खाकी वाली वर्दी पहनते हैं, तो अच्छे-अच्छों की ज़ुबान पर भारत माता ले आते हैं। शरीर में खाकी वाली वर्दी पहनते हैं, तो अच्छे-अच्छों की ज़ुबान पर भारत माता ले...
देख लो अब वो पुरुष बेचारा खुलकर रो भी नहीं सका है। देख लो अब वो पुरुष बेचारा खुलकर रो भी नहीं सका है।
इंसान मुक्त हो जाता है एक दिन साॅंसों के बंधन से। इंसान मुक्त हो जाता है एक दिन साॅंसों के बंधन से।
कि वो साल दो हज़ार बीस था दिलों में उठती एक टीस था। कि वो साल दो हज़ार बीस था दिलों में उठती एक टीस था।
अक्सर मन में उलझी हुई बातों को समेट लेती हूं इसके अंदर अक्सर मन में उलझी हुई बातों को समेट लेती हूं इसके अंदर
जब रोता है छोटा भाई तब आवाज एक आती है "मत रो मेरे भाई" जब रोता है छोटा भाई तब आवाज एक आती है "मत रो मेरे भाई"
भारत मेरा देश जो इंडिया के नाम से दुनिया भर में जाना जाता भारत मेरा देश जो इंडिया के नाम से दुनिया भर में जाना जाता
मर्यादा की बेड़ियों से जकड़ा कसमसाता है बदनसीब वक़्त। मर्यादा की बेड़ियों से जकड़ा कसमसाता है बदनसीब वक़्त।
इस पुण्य-प्रयाण पर रहो अग्रसर सौभाग्य-चन्द्र राष्ट्र का होगा उदित चमकोगे समस्त संसार इस पुण्य-प्रयाण पर रहो अग्रसर सौभाग्य-चन्द्र राष्ट्र का होगा उदित चमकोगे स...
कभी कागज कोरा रह जाता है कभी बहुत कुछ लिख जाते हैं। कभी कागज कोरा रह जाता है कभी बहुत कुछ लिख जाते हैं।
आज भी इन देश के मणियोंं का मान रख रहे देश के जवान। आज भी इन देश के मणियोंं का मान रख रहे देश के जवान।
कि तेरा वैभव अमर रहे माँ हम दिन चार रहे न रहे। कि तेरा वैभव अमर रहे माँ हम दिन चार रहे न रहे।
तुम में, मुझमें कोई भेद नहीं, ये भी तो हमारी प्यारी भाषा हिंदी ही हमें सिखाती। तुम में, मुझमें कोई भेद नहीं, ये भी तो हमारी प्यारी भाषा हिंदी ही हमें सिख...
इच्छा पूरी हो पाएगी मित्रों तब ही तो आपकी, वरना रह बस जाएगी ये कल्पना ही आपकी। इच्छा पूरी हो पाएगी मित्रों तब ही तो आपकी, वरना रह बस जाएगी ये कल्पना ही आपकी...
दिन अगर प्रेम है तो, रात इंतजार है ।। दिन अगर प्रेम है तो रात इकरार है दिन अगर प्रेम है तो, रात इंतजार है ।। दिन अगर प्रेम है तो रात इकरार है
भारत के हर एक दिल में रहेंगे ही सदा पद्म विभूषण सपूत भारत रत्न प्रणब दा। भारत के हर एक दिल में रहेंगे ही सदा पद्म विभूषण सपूत भारत रत्न प्रणब दा।
हम देखते सहते सब कुछ यहां पर फिर भी मैंने शोकसागर में डूबी आंखों में आशा को हंसते देखा हम देखते सहते सब कुछ यहां पर फिर भी मैंने शोकसागर में डूबी आंखों में आशा को ह...
कह रहे हो आज़ाद हो तुम पर क्या सच में तुम आज़ाद हो। कह रहे हो आज़ाद हो तुम पर क्या सच में तुम आज़ाद हो।
जिसे बेटी छोड़ देती लेकिन बेटे स्वयं के व्यवहार से वंचित हो सकते हैं पूर्ण अधिकार से। जिसे बेटी छोड़ देती लेकिन बेटे स्वयं के व्यवहार से वंचित हो सकते हैं पूर्ण...