देश के नये जवान
देश के नये जवान
उठो देश के नये जवान,
बन जाओ तुम देश की शान
याद करो तुम उन पुर्वजों को
जिसने हमको दी आजादी
गॉधी, नेहरू, भगतसिंह,
बोस, आजाद,
इन्हीं के कारण तो
हमें स्वतंत्रता मिली है आज
हिन्दू, मुश्लिम, सिख, ईसाई,
सबने की है कुर्बानी
याद करो तुम आज उनको,
स्वतंत्र हैं जिससे हम सब हिन्दुस्तानी
आज स्वतंत्र है देश अपना,
अंग्रेजों का गुलाम नहीं
फिर भी शांति पहले सी
देश में है आज नहीं
छा गया है देश में आज ऐसा भ्रष्टाचार,
लड़ रहें हैं आपस में सब
दूर हो गया है सबका प्यार
कमी हो गई है
लोगों में एकता की आज,
बदल गयें हैं सब लेकिन
बदला नहीं ये सूरज-चॉद
ऐ देश के सपूतों
शांति लाओ देश में अपने,
पूरे करो तुम आज से
अमर शहीदों के सपने
दूर करनी है तुमको देश से
अशांति मन में लो ठान,
उठो देश के नये जवान
बन जाओ तुम देश की शान।