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kuleshwar Jaiswal

Inspirational

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kuleshwar Jaiswal

Inspirational

देख रहा हिंदुस्तान है

देख रहा हिंदुस्तान है

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मेरे जीवन के पीछे मईया देख , कितनो के तो जान है ।

जाने दे मुझको देश की सीमा में, देख रहा हिंदुस्तान है ।।


मुझको न पाकर के दुश्मन, सीमा को तो पार करेगा ।

घात लगा के बैठे रहेगें, पीठ -पीछे फिर वार करेगा ।।

मेरे इन कंधो में मईया, रखा देश का अब मान है ।

जाने दे मुझको देश की सीमा में, देख रहा हिंदुस्तान है ।।


याद करो मां पिता ने तुमसे, एक बात कही थी उस दिन ।

सीमा में लड़ने खातिर, आखिर बार गए थे जिस दिन ।।

समझ लेना तेरा ये बेटा, अब देश के लिए बलिदान है ।

जाने दे मुझको देश की सीमा में, देख रहा हिंदुस्तान है ।।


मेरे जीवन के पीछे मईया देख , कितनो के तो जान है ।

जाने दे मुझको देश की सीमा में, देख रहा हिंदुस्तान है ।।


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