देख रहा हिंदुस्तान है
देख रहा हिंदुस्तान है
मेरे जीवन के पीछे मईया देख , कितनो के तो जान है ।
जाने दे मुझको देश की सीमा में, देख रहा हिंदुस्तान है ।।
मुझको न पाकर के दुश्मन, सीमा को तो पार करेगा ।
घात लगा के बैठे रहेगें, पीठ -पीछे फिर वार करेगा ।।
मेरे इन कंधो में मईया, रखा देश का अब मान है ।
जाने दे मुझको देश की सीमा में, देख रहा हिंदुस्तान है ।।
याद करो मां पिता ने तुमसे, एक बात कही थी उस दिन ।
सीमा में लड़ने खातिर, आखिर बार गए थे जिस दिन ।।
समझ लेना तेरा ये बेटा, अब देश के लिए बलिदान है ।
जाने दे मुझको देश की सीमा में, देख रहा हिंदुस्तान है ।।
मेरे जीवन के पीछे मईया देख , कितनो के तो जान है ।
जाने दे मुझको देश की सीमा में, देख रहा हिंदुस्तान है ।।
