चमत्कार की उम्मीद
चमत्कार की उम्मीद
जीवन मे चमत्कार की उम्मीद छोड़ दो
अब परिश्रम की ओर तुम मुंह मोड़ दो
तुम्हारी मेहनत,जीवन बनायेगी जन्नत
दूजो के सहारे अब तुम चलना छोड़ दो
खुद को बस स्वालम्बन की ओर मोड़ दो
अपने श्रम से,आलस्य का मुँह तोड़ दो
अपनी करनी से,अपना भाग्य बदल दो
जीवन मे चमत्कार की उम्मीद छोड़ दो
क्यों करता है,तू खुद पर ज़रा भी शक,
सफलता पर है,पूरा का पूरा तेरा हक,
जीवन मे खुद को खुद हवाले छोड़ दो
आसमाँ की ओर बस पंछी को मोड़ दो
भाग्य-भरोसे बैठने से कहां कुछ होता है,
होता वही जो अपनी मेहनत से होता है,
नसीब का हर ताला मेहनत से खोल दो
जीवन मे चमत्कार की उम्मीद छोड़ दो
करम रगड़ने से भाग्य नही बदलता है,
मेहनत करने से पत्थर भी मोम होता है,
मिट भी जाये,अंधेरा कभी पास न आये
खुद को दीपक जैसा कर्म का शौक दो
किस्मत एकदिन जरूर बदल जायेगी,
तेरे पीछे सफलता दौड़ी-दौड़ी आयेगी,
दृढ़ निश्चय से हवाओ का रुख मोड़ दो
अपने परिश्रम से हर बाधा को तोड़ दो
आलस्य छोड़ो,मेहनत से नाता जोड़ो,
अधूरे ख्वाबो के पंख आसमाँ ओर खोलो,
जीवन मे चमत्कार की उम्मीद छोड़ दो
भीतर हिम्मती इंसान के सब बंधन तोड़ दो।
