STORYMIRROR

AKIB JAVED

Inspirational

2  

AKIB JAVED

Inspirational

चला चल

चला चल

1 min
123

हालात को अपने गुजारे चला चल

नाख़ुदा को अपने पुकारे चला चल


राब्ता भी रख तू अपनों के दरमियाँ

सुकूँ भी दिलों के उभारे चला चल


ज़ुस्तुज़ु ज़िन्दगी में मिलने की रख

अपनी किस्मत को सँवारे चला चल


ख्वाइशें भी तमाम रख ज़िन्दगी में

ग़लतियों को अपने सुधारे चला चल


नूर तर नूर हो गया नज़रों से दूर

ख़ुदा के नूर से उभारे चला चल


आहिस्ता आहिस्ता यूँ चलना राहों में

ज़िन्दगी को अपने पुकारे चला चल


ठोकरें देती है तकलीफ़ ज़िन्दगी में

किसी नाखुदा के सहारे चला चल



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational