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मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

Abstract

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मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

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छठी मईया

छठी मईया

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उग आये सूरज महाराज 

बिगड़े बनेंगे सबरे काज 

देदो अरघ छठी मईया को 


दोनों कर जोड़कर 

जल अंजुली भर 

देदो अरघ छठी मईया को 


भोर-भोर चहके घाट 

कर स्नान ज्योति जलाओ 

छठी मैया का पर्व मनाओ 


सब सखी सहेली गीत गाओ 

मिलजुल छठी मैया को मनाओ 

देदो अरघ छठी मईया को 


दुल्हनियाँ सज-धज चलें

खुशियों से चेहरे खिलें 

देदो अरघ छठी मईया को 



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