Amit Kumar
Romance Others
छोड़ने आया था वो,
अपनी यादों को,
और इस खिड़की से
मैं उसे जाते हुए देखती रही,
तब तक,
जब तक वो ओझल ना हो गया।
हाँ छोड़ने आया था,
अपना सब कुछ,
अपनी सांसों को,
मुझको और अपनी जिंदगी को।
एक और पैगाम
छोड़ने आया था
माँ और मेरा ब...
अन्य सारे पड़ जाते हैं शिथिल यह प्रबल से प्रबलतर होता जाता है। अन्य सारे पड़ जाते हैं शिथिल यह प्रबल से प्रबलतर होता जाता है।
मुझको रहता तुमसे ज्यादा इंतज़ार सनम बस इस दिन का। मुझको रहता तुमसे ज्यादा इंतज़ार सनम बस इस दिन का।
रात रात भर सोने भी ना देती मुझको सांप की तरह डसती जाये याद तुम्हारी। रात रात भर सोने भी ना देती मुझको सांप की तरह डसती जाये याद तुम्हारी।
तेरी खुशबू से रूह मेरी महक उठेगी, तेरी आहट के शोर से मेरी सुनी ज़िन्दगी गूंज उठेगी। तेरी खुशबू से रूह मेरी महक उठेगी, तेरी आहट के शोर से मेरी सुनी ज़िन्दगी गूंज...
सब तरफ ख़ामोशी का आलम, दास्तान क्या बयान करूँ? लबों के संग दिल भी ख़ामोश है, दास्तान क्या बयान करूँ... सब तरफ ख़ामोशी का आलम, दास्तान क्या बयान करूँ? लबों के संग दिल भी ख़ामोश है, दा...
सब्र का ये बांध टूटने से पहले एक बार तुम मुझे झलक अपनी दिखा जाओ न ।। सब्र का ये बांध टूटने से पहले एक बार तुम मुझे झलक अपनी दिखा जाओ न ।।
दिनभर मुस्कुराती रहतीं हूँ दुनिया देखे तो छुपाती रहती हूं ! दिनभर मुस्कुराती रहतीं हूँ दुनिया देखे तो छुपाती रहती हूं !
देखना तुम्हें प्यार जरूर होगा एक दिन ऐसा भी आएगा देखना तुम्हें प्यार जरूर होगा एक दिन ऐसा भी आएगा
ना मुझें देख तुम्हारा यूँ मुस्कुराना गलत था, ना बातों ही बातों में मुझें सताना गलत था ना मुझें देख तुम्हारा यूँ मुस्कुराना गलत था, ना बातों ही बातों में मुझें सता...
आज भी भांप लेते हैं आपके हर थिरकन की दूरी! आज भी भांप लेते हैं आपके हर थिरकन की दूरी!
इसलिए तुम मानो या ना मानो, मुझें आज भी वो सब पसंद है! इसलिए तुम मानो या ना मानो, मुझें आज भी वो सब पसंद है!
ये ढाई शब्द का बोझ जरा क्यों लोग नहीं सह पाते हैं ! ये ढाई शब्द का बोझ जरा क्यों लोग नहीं सह पाते हैं !
और पूरे रीति रिवाज़ो संग तेरा नाम मैं , अपने नाम संग ज़िन्दगी भर के लिए जोड़ लूँ ।। और पूरे रीति रिवाज़ो संग तेरा नाम मैं , अपने नाम संग ज़िन्दगी भर के लिए जोड़ लूँ...
नीली सी कोई रात हो सितारों से भरी ना किसी का डर हो और ना आंखों में नमी! नीली सी कोई रात हो सितारों से भरी ना किसी का डर हो और ना आंखों में नमी!
आज फिर दिल में कांटा सा कुछ चुभा है आज फिर मन में एक नया सार गढा है,! आज फिर दिल में कांटा सा कुछ चुभा है आज फिर मन में एक नया सार गढा है,!
तराशा खुद खुदा ने वो हसीं मूरत हो तुम। बहुत खूबसूरत हो तुम। तराशा खुद खुदा ने वो हसीं मूरत हो तुम। बहुत खूबसूरत हो तुम।
जरूर तुमसे मेरा कोई रूह का ही रिश्ता है शायद ! जरूर तुमसे मेरा कोई रूह का ही रिश्ता है शायद !
सिर्फ मैं होता और तुम होती पक्षियों की चहचहाहट होती सिर्फ मैं होता और तुम होती पक्षियों की चहचहाहट होती
तुम लौट आओ मेरे यार सुन लो दिल की मेरी पुकार! तुम लौट आओ मेरे यार सुन लो दिल की मेरी पुकार!
मिलोगे जब तुम मुझे तो , मैं सीने से तुम्हे अपने लगा लूँगी! मिलोगे जब तुम मुझे तो , मैं सीने से तुम्हे अपने लगा लूँगी!