चाँद से पूछो
चाँद से पूछो
चाँद से पूछो
की कितनी मोहब्बत है
तुम से इश्क़ करके
दिल की ना जमानत है
ये रात, ये मौसम
कितनी सुहानी है
बस तेरी ही तेरी कहानी है
तारों की जगमगहाट और चाँदनी है
मेरे तन को छूती हवाएं
मेरे धड़कनों को कहती
तेरी दीवानी हैं ।।
चाँद से पूछो
की कितनी मोहब्बत है
तुम से इश्क़ करके
दिल की ना जमानत है
ये रात, ये मौसम
कितनी सुहानी है
बस तेरी ही तेरी कहानी है
तारों की जगमगहाट और चाँदनी है
मेरे तन को छूती हवाएं
मेरे धड़कनों को कहती
तेरी दीवानी हैं ।।