चाहत है हमारी ।
चाहत है हमारी ।


यार यह कोई !
अपना सा मिलता ही नही है ,
बस तू मिल जाए यही चाहत है हमारी।
यार बात हर कोई!
अपनी वाली से हरदम करता है,
थोड़ी सी बात करने की भी चाहत है हमारी।
यार वो दोनों कैसे !
हाथों में हाथ डाले चलते हैं ,
बस ऐसे ही साथ चलने की चाहत है हमारी।
यार तू भले ही !
खिड़की से बारिश को देख,
उस बारिश में भीगने की चाहत है हमारी।
यार तू कितनी !
भी बातें एक साथ कर ले,
बस यूँही सुनते रहने की चाहत है हमारी।
यार यू तो में !
चाँद नहीं हूं, पर कहोगे एक बार
तो अमावस में भी मिलने की चाहत है हमारी।
यार ये सब !
तुम पढ़ लेना, क्योंकि साथ
ज़िन्दगी सारी गुज़ारने की चाहत है हमारी।