बसंती चोला
बसंती चोला
पहन बसंती चोला
निकला जत्था शान से,
शहीद भगत सिंह जी
के वंशज हैं
खेले अपनी जान से
अब दुश्मन की खैर नहीं है
डटे हुए हैं
आन-बान-शान से
भारत माँ के वीर सिपाही
माँ भारती के लाल हैं हम
काट के दुश्मन का सिर रख देंगे
जो छूना चाहेगा माँ का आंचल
वीर भोग्या वसुन्धरा की
शूरवीर संतान हैं हम
माँ का सीना लाल न होने देंगे
तेरे नापाक इन हाथों से
चल दूर हट ओ आतंकी
कश्मीर न तेरा होने देंगे
भारत माँ की रक्षा को
खून की होली खेल जायेंगे
आंच न आने देंगे तुझ पर
कोई कितना भी सितम ढाये
