बसंत पंचमी: माँ सरस्वती का आशीर्वाद
बसंत पंचमी: माँ सरस्वती का आशीर्वाद
वीणा वादिनी आई हैं, ज्ञान का दीप जलाने,
सरसों के फूल खिले हैं, खुशियों को फैलाने।
शब्दों में माधुर्य घुले, सुरों में रस बहाए,
माँ सरस्वती की कृपा से, हर अंधकार मिटाए।
गगन में छाई पीली आभा, महक उठे हैं खेत,
कोयल की मीठी तान में, प्रेम छिपा अतीत।
कला, संगीत और विद्या का, आज हुआ उजास,
माँ की वंदना से सजे, हर मन का विश्वास।
सकल जगत पर कृपा बरसाओ,
माँ सरस्वती! हमें भी अपनाओ।
बुद्धि, विवेक और ज्ञान का संचार हो,
हमारे जीवन में उजाला अपार हो।
जय माँ सरस्वती!
